52% भारतीयों का कहना- स्मार्ट डिवाइस चुपके से उनकी निजी जानकारियां रिकॉर्ड करते हैं

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गैजेट डेस्क . स्मार्ट डिवाइस लोगों की जरूरत बनते जा रहे हैं। यह यूजर के आदेश का पालन करते हैं और घरों की सुरक्षा भी करते हैं। लेकिन मंगलवार को जारी हुई यूगोव की सर्वे रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। रिपोर्ट के मुताबिक 52% भारतीय को लगता है कि स्मार्ट डिवाइस उनकी जानकारी के बिना चुपके से उनकी निजी जानकारियों को रिकॉर्ड करता है। इंटरनेट बेस्ड मार्केट रिसर्च और डेटा एनालिटिक फर्म यूगोव का कहना है कि सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने डिवाइस के बारे में भी लोगों की यही राय है, लोगों को लगता है यह डिवाइस उनकी जासूसी करता है।

85% भारतीय स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं

  1. सर्वे में सामने आया कि डिवाइस की जासूसी करने वाले तथ्यों पर विश्वास करने वालों की संख्या अधिक है जबकि इन्हें इस्तेमाल करने वालों की संख्या कम है। उदाहरण के तौर पर सर्वे में शामिल सिर्फ 14% लोग ही सिक्योरिटी कैमरा इस्तेमाल करते हैं जबकि 27% लोगों का कहना है कि यह उनकी निगरानी करता है। वहीं सर्वे में शामिल 15% लोग ही स्मार्ट वॉयस असिस्टेंट डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं जबकि 21% लोगों का कहना है कि यह इनकी दिनचर्या पर नजर रखता है। इस ऑनलाइन सर्वे में कुल 1,045 लोग शामिल थे।
  2. सर्वे में सामने आया कि भारत में 85% लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं जिसमें से 54% लोगों को लगता है कि स्मार्टफोन उनकी निगरानी करता है जबकि 33% लोगो का मानना है कि कम्प्यूटर और 25% वाई-फाई राउटर को जासूसी करने वाला डिवाइस मानते हैं।
  3. कंपनी का कहना है कि 55% लोग मानते हैं कि अब लोग अपनी ऑनलाइन प्राइवेसी को लेकर ज्यादा चिंतित रहने लगे हैं और उनके लिए निजी जानकारी जैसे फोटो, ई-मेल, फाइनेंशियल इंफॉर्मेशन खोने का खतरा टेक्नोलॉजी से जुड़ा सबसे बड़ा खतरा है। रिपोर्ट के अनुसार 53% लोगों के लिए साइबर टेररिज्म दूसरा बड़ा खतरा है।
  4. ऐमे में अपनी गोपनीयता को सुनिश्चित करने के लिए 53% लोग अपने डिवाइस में पासवर्ड लगाते हैं, 48% लगातार अपडेट और एंटीवायरस का सहारा लेते हैं, 42% यूजर्स पब्लिक वाई-पाई के इस्तेमाल से बचते हैं, 41% यूजर्स अनजान ऐप को डाउनलोड करने से बचते हैं जबकि 40% ऐप की परमिशन को सीमित रखना पसंद करते हैं।
  5. सर्वे में यह भी सामने आया कि महिलाएं वेबकैम का काम न होने पर उसे कपड़े से ढककर रखती है और ऑनलाइन होने वाले घोटालो से बचने के लिए फोन बैंकिंग का इस्तेमाल करने से बचतीं हैं जबकि पुरुष इनकॉग्निटो मोड पर ब्राउजिंग करना पसंद करते हैं और प्राइवेसी को सुनिश्चित करने के लिए वीपीएन नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं।

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